इस स्तंभ को देखने के लिए लिफ्ट से 8वें मंजिल पर पहुंचेंगे। यहां से दूरबीन से आसपास के मनोहर दृश्य देखे जा सकेंगे।
सातवीं मंजिल पर ब्रह्मांड की उत्पत्ति और रचना को सुंदर कलाकृतियों के माध्यम से समझाया जाएगा हैं।
छठवीं मंजिल पर रामायण, महाभारत और भगवत गीता के संदेशों का अध्यायवार सार दिया गया है। राम परिवार की सुंदर प्रतिमा मन मोह लेती है।
पांचवें तल पर मध्यकालीन भारत के समूचे इतिहास से रूबरू होने का मौका मिलेगा। वेदांत दर्शन, गौतम बुद्ध और महावीर स्वामी की मनमोहक प्रतिमाएं हैं।
चौथे तल हरियाणा को समर्पित है जिसमें हरियाणा की प्राचीन कला और संस्कृति के अतिरिक्त भारत की प्रगति में हरियाणा के योगदान को भी दर्शाया गया है।
तीसरे तल आधुनिक भारत के गौरवशाली इतिहास को समर्पित है। शहीदों की कुर्बानियों को जीवंत करने वाली प्रतिमाओं और कलाकृतियों को देख सकेंगे
दूसरे तल आर्य समाज के योगदान, संस्कृति के अतिरिक्त भारत की प्रगति में हरियाणा के योगदान को भी दर्शाया गया है।
प्रथम तल पर पुस्तकालय बनाया गया है। इस तल पर चौधरी मित्र सेन की प्रेरणादायक जीवन यात्रा की झांकी भी बनाई गई हैं।
ग्राउंड पर यज्ञशाला बनाई गई है। जिसमें वैदिक यज्ञ किया जाएगा।